हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अलखिसाल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام العلی علیه السلام
لِلمُسرِفِ ثَلاثَ عَلاماتٍ يَأكُلُ ما لَيسَ لَهُ وَ يَلبِسُ ما لَيسَ لَهُ وَ يَشتَري ما لَيسَ لَهُ
हज़रत इमाम अली अ.स. ने फरमाया
फोज़ूल खर्च आदमी कि तीन अलामते हैं।
1) जो जिसे नहीं खाना चाहिए वह खाता है.
2) जो इसकी शान के मुताबिक नहीं है वह पहनता है.
3) जो इसके लिए सज़ावार नहीं है वह खरीदता है.
अलखिसाल,पेंज 98